पन्नो पर जीवन के ?
हस्ताक्षर उनके जो करीब हैं ,
और उनके जो अपरिचित हैं अब तक ,
अपरिचित मुझसे /
अपरिचित स्वयं से .....
हस्ताक्षर मेरे उनके जीवन पर ,
होंगे क्या उतने ही गहरे /
भेद भरे ?
आरम्भ है एक स्मित से ,
स्वागत , नयनो के रास्ते ,
आकांक्षाओं के बढ़ाते ही /
परिचय होता है एक अपरिचित मन से ,
छिपा बैठा है उनके भीतर ,
वेदना से भरा ,
स्वयं से अजान , बोध के परे .....
रहस्यमय हस्ताक्षर उनके ,
सहेज के रखे हैं मैंने ,
परिचय की आशा में ….